क्या आप जानते हैं की Ups Kya Hai - यूपीएस क्या है? कंप्यूटर का उपयोग करने वाले इसका use जरूर करते हैं Especially तब जब कोई important work जैसे office work, presentation ready etc. करना हो। यूपीएस से जुड़ी सारी महत्वपूर्ण जानकारियां इस लेख में आपको मिलने वाली है।
लैपटॉप पर काम करते वक्त लैपटॉप को power उसमें लगे strong battery से मिलती है जिसमें 7,000 mAh की battery या इससे भी दमदार लाइफ वाली बैटरी लगाई जाती है जो Laptop को 8 - 10 घण्टे तक power supply करने के लिए enough है।
लेकिन Computer system में main power source केवल electricity है because computer is an electronic machine, जिसके चलने के लिए बजली जरूरी है अगर कंप्यूटर में काम के वक्त electricity चली जाए तो वह बंद हो जायेगा साथ में important data लॉस हो जायेगा इसलिए इस problem के solution के लिए हमें ऐसे device की जरूरी पड़ती है जो बिजली कट जाने के बाद भी Computer को power supply करे ताकि हम बिना interruption के कंप्यूटर पर काम कर सके और महत्वपूर्ण डेटा को खोने से बचा सकें। इसी के solution के लिए UPS बनाया गया है ये ऐसा डिवाइस है जो बिजली चले जाने के बाद भी computer system को interruption free power supply करती है।
पूरे कंप्यूटर सिस्टम को Ups से Power कैसे मिलती है इसके बारे में इस लेख में आगे पढ़ेंगे। अगर आप कंप्यूटर से जुड़ी जानकारियां जानने में रुचि रखते हैं तो कंप्यूटर में महत्वपूर्ण भाग जो UPS है के बारे में विस्तार पूर्वक जानेंगे।
यूपीएस क्या है (What is UPS in Hindi)
यूपीएस कंप्यूटर सिस्टम का एक सहायक उपकरण है जो computer को main Power supply cut हो जाने के बाद अतिरिक्त पॉवर सप्लाई करती है, ताकि कंप्यूटर बंद ना हो और बिना बाधा के काम चलता रहे। Office work और Bank में लगे Computers में UPS भी use किया जाता है ताकि without interruption काम चलता रहे। एक नया यूपीएस उपकरण बिजली कट होने के बाद भी पीसी को 50 - 10 मिनट तक शक्ति प्रदान करता है, जब ये कुछ महीने या साल निरंतर काम करता है तो इसमें लगे battery power की क्षमता घटने लगती है जिस वजह से ये थोड़ी देर तक power supply कर पाता है, इसलिए यूपीएस के बैटरी को जरूरत पड़ने पर बदल देना चहिए ताकि वह अधिक देर पर pc को ऊर्जा प्रदान कर सके।
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Ups backup time का मतलब है यूपीएस कितने देर तक कंप्यूटर को पॉवर दे सकता है, अगर battery पुराना हो चुका है तो वह कुछ मिनट तक काम करेगा वहीं नई battery वाला ups लंबे समय तक power supply करेगा, वैसे ये चीज Ups में लगे battery की quality पर भी निर्भर करता है।
UPS का full form क्या होता है?
UPS का full form है "Uninterruptible Power Supply". जिसका इस्तेमाल हम कंप्यूटर सिस्टम को अतिरिक्त पॉवर देने के लिए करते हैं जिससे pc लाइट जाने के बाद तुरंत बंद ना हो।
Ups का क्या उपयोग है?
Electronics device के लिए electricity जरूरी है अगर हम tv देख रहे हैं और अचानक light चली जाए तो tv off हो जायेगा, fan, sound systems and others इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के साथ भी ऐसा ही होगा Because there is no additional source to provide power, ऐसे में अगर कंप्यूटर पर काम कर रहे हैं और काम के बीच में बिजली कट गई या किसी कारणवश main power board से system तक power supply नहीं हो पाई तो कंप्यूटर off हो जायेगा और data loss हो जायेगा क्योंकि कंप्यूटर तुरंत ऑफ जायेगा जिसके चलते पीसी यूजर को documents save करने का मौका ही नहीं मिलेगा। ऐसी situation में problem तब आती है जब आप बहुत important office work कर रहे हो और बिजली जाने से काम में बाधा आती है, इन्हीं समस्या को सॉल्व करने के लिए UPS का उपयोग किया जाता है जो main power cut जाने के बाद Limited Time के लिए बिजली की आपूर्ति करता है।
अचानक बिजली जाने से क्या होगा?
यदि कंप्यूटर पर काम करने के दौरान लाइट जाए तो कंप्यूटर का operating system currupt हो सकता है, data loss, Unseved documents delete हो सकता है। अचानक कंप्यूटर off होने से कई बार computer खराब भी हो जाता है।
Computer का operating system currupt होने पर क्या करें?
अचानक लाइट जाने से जब पीसी बंद होता रहता है तो कभी - कभी ऑपरेटिंग सिस्टम करप्ट हो जाता है इसके अन्य कारण भी हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में हम नया operating system इंस्टॉल कर सकते हैं ये काम आप खुद या किसी कंप्यूटर एक्सपर्ट से करा सकते हैं।
Ups के Important parts के नाम
अगर normally देखें तो लगता है जैसे UPS एक power board है क्योंकि उसमें plug लगे होते हैं जिससे power supply होती है लेकिन इस क्रिया को होने में उसमें लगे कई parts को काम करना पड़ता है, यूपीएस के महत्वपूर्ण parts के बारे में नीचे विस्तारपूर्वक बताया गया है -
- UPS Rectifier
- UPS Batteries
- UPS Inverter
- Static Bypass Switch
UPS Rectifier
यूपीएस उपकरण में Rectifier के कई important कार्य होते हैं यह input power को AC (अल्टरनेटिंग करंट) से DC (डायरेक्ट करंट) में convert कर देता है। रेक्टीफायर एक काम यह भी है की ये battery को recharge करता है ताकि UPS काम करता रहे।
जब यूपीएस ऑन रहता है तब power board से इलैक्ट्रिसिटी सीधे UPS में जाता है और उसमें लगा हुआ Rectifier अपना कार्य करते हुए ups battery को charge कर देता है इसलिए जब लाइट जाती है तब ups का battery ही पूरे सिस्टम को विद्युत आपूर्ति करता है।
Rectifier का कार्य कुछ इस तरह है -
1. अल्टरनेटिंग करंट को डायरेक्ट करंट में परिवर्तित करना
2. बैटरी को दुबारा चार्ज करना
3. यूपीएस रेक्टीफायर इनपुट वोल्टेज में उतार-चढ़ाव को हैंडल कर सकते हैं, इसलिए जब voltage कम - ज्यादा होता है तब सिस्टम पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता वह सही से काम करता रहता है।
UPS Batteries
जब main power supply cut हो जाता है तब UPS में लगा battery system को emergency power देने का काम करता है। इसके लिए अनिवार्य है कि बैटरी चार्ज हुआ हो जो Rectifier component के जरिए हो ही जाता है।
यूपीएस के अंदर बैटरियां श्रृंखला में जुड़े रहते इसलिए अगर एक बैटरी खराब हुई तो बाकी के बैटरी भी खराब हो सकते हैं।
Main power fail होने पर battery से power system में जाता है यदि विद्युत वोल्टेज कम है तो कम ऊर्जा की खपत होगी और यदि पूरी तरह से बिजली चली गई तो अधिक बैटरी पॉवर use होगा।
सामान्य तौर पर Ups Batteries की life 5 - 6 साल तक रहती है जब ये नया रहता है तब 5 से 10 minutes तक आराम से चलता है लेकिन जैसे-जैसे बैटरी पुराना होता है उसके पावर सप्लाई करने की क्षमता घटते जाती है।
यूपीएस की बैटरी खराब ना हो इस बात का ख्याल रखना होता है इसके बारे में यूपीएस के ऊपर स्टिकर में वार्निंग लिखा होता है जिसमें बताया जाता है की यूपीएस का इस्तेमाल करते समय किन बातों का विशेष ख्याल रखना चाहिए।
यूपीएस बैटरी का मुख्य काम सिस्टम को पावर देना है ताकि मुख्य विद्युत स्त्रोत कट जाने के बाद कंप्यूटर शट डाउन ना हो, बैटरी सिस्टम को पास 10 मिनट तक पावर सप्लाई कर सकता है, उसकी बैटरी quality के अनुसार टाइमिंग कम ज्यादा हो सकती है।
UPS Inverter
इन्वर्टर का काम Rectifier के ठीक विपरित होता है जहां Rectifier input power को AC से DC में convert करता है वहीं इसके ठीक उल्टा Inverter input power को DC से AC में बदलता है।
Static Bypass Switch
Ups सिस्टम के अंदर failure situation में ये सहायक के रूप में काम करता है। Ups एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जिसकी खराब होने की संभावना भी बनी रहती है तो यदि किसी समय यूपीएस के अंतर खराबी आ जाती है तो Static Bypass Switch, automatically लोड को main supply से connect करता है और Rectifier, Battery और Inverter को Bypass करने का काम करता है।
अगर कभी यूपीएस के अंदर के कंपोनेंट्स खराब हो जाते हैं तब उस दौरान Static Bypass Switch आपके computer system को ठीक तरह से काम करना जारी रखने में मदद करता है।
यूपीएस सिस्टम में बायपास स्विच क्या करता है?
जब यूपीएस में internal failure होती है तो एक static bypass switch स्वचालित रूप से load को मुख्य बिजली आपूर्ति में transferred कर देता है। ताकि ups में internal failure होने के बाद भी कंप्यूटर शट डाउन ना हो।
Other UPS Components
एक यूपीएस के भीतर Rectifier, Batteries, Inverter और Static Bypass Switch के अलावा अन्य components भी included रहते हैं। अगर UPS का size बड़ा है तो उसमें internal components के रूप में fan or capacitor (कैपसिटर) भी लगाएं जाते हैं।
Main Power Supply की क्या समस्याएं हैं?
Computer users अगर बिना UPS का इस्तेमाल किए Main Power Supply से कंप्यूटर पर काम किया जाता है तो कई तरह के interruption आ जाते हैं जैसे काम के बीच में computer shutdown हो जाता है। इसके कारण काम में बाधा उत्पन्न होना normal है, क्योंकि computer में घंटों तक काम होता है ऐसे में working time पर बिजली कट ही जाता है। इसके कारण data लॉस, ऑपरेटिंग सिस्टम करप्ट और सिस्टम में तकनीकी खराबी जैसी समस्याएं आ जाती है जिसे किसी एक्सपर्ट से ठीक करना पड़ता है इसलिए बिना रुकावट काम के लिए UPS का इस्तेमाल करना सही विकल्प है। Main Power Supply से क्या समस्याएं आ सकते हैं उसके बारे में नीचे जानकारी दी गई है -
Transient Impulses
वैकल्पिक आपूर्ति की वास्तविक साइन वेव में सरलता से व्यवधान आ सकता है। किसी भी वजह से जब आयाम में उतार-चढ़ाव प्रतीत होता है तो व्यवधान को ही ट्रांसिएंट इंपल्सेज कहते हैं।
Voltage Fluctuation
मेन पावर सप्लाई की एक समस्या यह है कि कभी कभी ये घटती और बढ़ती रहती है। इसलिए अगर आप कंप्यूटर पर जरूरी काम कर रहे हैं और बिजली फ्लक्चुएट्स हो रहा है तब आप काम नहीं कर पाएंगे क्योंकि pc automatically off हो जायेगा यदि ups use ना कर रहे हैं तो। इस तरह की समस्या घरों की लाइटों में अक्सर देखने को मिलता रखता है इसके सलूशन के लिए या तो सोलर प्लेट या इनवर्टर का उपयोग करते हैं।
Brown Outs
Black Outs
अगर main Power supply में अचानक प्रॉब्लम आ जाती है जिसकी वजह से आसपास के घरों में इलेक्ट्रिसिटी पहुंचे मिल पा रहा है तब इसे black outs कहा जाता है।
Voltage Surges
जब हम मेन पावर सप्लाई के साथ किसी बड़े लोड या उपकरण को जोड़ देते हैं तो इससे सिस्टम की ऊर्जा शक्ति अचानक बढ़ती है या घट सकती है इसी हलचल को वोल्टेज surges कहा जाता है।
Frequency Variation
अगर मेन पावर सप्लाई समुचित रूप से कार्य कर रहा है लेकिन अगर लोड में अचानक से बदलाव देखने को मिला तब इससे पावर सप्लाई के फ्रीक्वेंसी में विभिन्नता पैदा हो सकती है जिससे लोड या उपकरण को इंटरनल रूप से नुकसान पहुंच सकता है।
Noise
जब अल्टरनेटिंग साइन वेव में डिस्टरबेंस कम समय के लिए आता - जाता रहता है उसे noise कहा जाता है। ये डिस्ट्रोशन Tv and radio transmission के कारण उत्पन्न होती है।
यूपीएस के प्रकार - Types of UPS in Hindi
मुख्य रूप से पर्सनल कंप्यूटर के लिए चौकोर दिखने वाला यूपीएस सिस्टम का उपयोग किया जाता है लेकिन इसके अतिरिक्त अन्य प्रकार के योग्य भी है जिसके बारे में नीचे बताया गया है -
Standby UPS
Standby UPS इस प्रकार के ups को offline ups भी कहा जाता है यह मुख्य रूप से घरों में लगाए जाते हैं यदि घर में आप पर्सनल कंप्यूटर का इस्तेमाल करते हैं तो उसके साथ इसका इस्तेमाल कर सकते हैं जो बिजली कट हो जाने के बाद भी सिस्टम को एक्स्ट्रा सोर्स ऑफ एनर्जी प्रदान करती है। इसकी क्षमता इसमें लगे बैटरी की गुणवत्ता पर निर्भर करेगी। जैसा हमने ऊपर बताया कि Rectifier यूपीएस को रिचार्ज करने का काम करता है तो इस यूपीएस में भी Rectifier रहता है जो इसे चार्ज करता रहता है जिस वजह से मॉनिटर, सीपीयू, कीबोर्ड साथ में पूरे सिस्टम को विद्युत आपूर्ति करता है।
Line Interactive UPS
लाइन - इंटरएक्टिव यूपीएस Power spikes और surges को safty प्रदान करता है। इसे उन उपकरणों के साथ यूज कर सकते हैं जो सेंसिटिव हैं जैसे कंप्यूटर CPU जो खराब power supply के कारण खराब भी हो जाता है, यह प्रॉपर विद्युत को उपकरणों तक पहुंचा देता है। इसे office, home, bank इत्यादि स्थान पर use कर सकते हैं।
Online UPS या double conversion
Online UPS जिसे double conversion भी कहा जाता है। यह ऐसा यूपीएस इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जिसका सर्वाधिक उपयोग किया जाता है यह पावर बोर्ड से प्राप्त पावर इनपुट को AC से DC में और उसी को DC में AC में बदलने का काम करता है, इसके अंदर बैटरी लगे होते हैं जो main Power supply से charge होते हैं। इसके पीछे की तरफ स्विच plug करने का ऑप्शन मिलता है जिसमें electronic उपकरण विशेषकर cpu, monitor, printer को connect कर सकते हैं।
Delta Conversion On-Line
Ups और Inverter में क्या Defference है?
कुछ लोग जो यूपीएस खरीदते हैं वह यूपीएस को ही इनवर्टर मानते हैं हां या कुछ उसी तरह काम करता है किंतु यूपीएस और इनवर्टर के बीच में कई अंतर नजर आते हैं जिसके बारे में आपको जरूर पता होना चाहिए। यूपीएस एंड इनवर्टर डिफरेंस इन हिंदी अगर आपको नहीं पता है तो इसके बारे में नीचे जानकारी दी गई है जिससे आपको स्पष्ट हो जाएगा कि यूपीएस और इनवर्टर में क्या अंतर होता है?
Ups और Inverter में technically क्या difference है?
Ups Computer System को कुछ देर के लिए, 5-10 मिनट तक emergency power supply करता है। बात करें Inverter की तो इसमें heavy battery होने का कारण वह ज्यादा टिकाऊ है जो अधिक देर तक power supply कर सकता है।
Ups और Inverter में practically क्या difference है?
UPS का weight Inverter से कम होता है क्योंकि normally personal computer के लिए छोटा ups use किया जाता है। इन्वर्टर का आकार बड़ा होने के कारण वह भारी रहता है।
Ups और Inverter में Battery Backup -
UPS - Ups को मुख्य रूप से कंप्यूटर सिस्टम के लिए डिजाइन किया गया है जो बिजली कट जाने के बाद भी कंप्यूटर को इमरजेंसी पावर सप्लाई करता है ताकि कंप्यूटर पर किए जा रहे कार्य में व्यवधान न हो और data loss होने से बच सके। जब लाइट जाती है तब यह तुरंत सक्रिय हो जाता जिस कारण pc बंद नहीं होता, इसकी battery backup 5 - 10 मिनट की होती है, quality के अनुसार कम ज्यादा हो सकती है।
Converter - कनवर्टर कंप्यूटर के लिए पावर बैकअप के तौर पर उचित विकल्प नहीं है क्योंकि यह इंस्टेंट पावर प्रदान नहीं करता इससे ऑन करना पड़ता है। अगर कंप्यूटर इनवर्टर से जुड़ा हुआ है और अचानक लाइट चला जाता है तो इनवर्टर को स्विचिंग होने में टाइम लगता है जिसकी वजह से प्रॉपर इलेक्ट्रिसिटी सिस्टम तक नहीं पहुंच पाती और कंप्यूटर बंद हो जाती है इससे कंप्यूटर करप्ट हो सकता है तथा अन्य खराबी आ सकती है। यह इसलिए भी कंप्यूटर के लिए सही नहीं है क्योंकि इससे मुख्य रूप से घरों पर लाइटिंग के लिए बनाई गई होती है, इसलिए इसे कंप्यूटर के साथ यूज नहीं करते।
यूपीएस से क्या लाभ हैं?
Computer को Balanced Power Supply करता है - जब हम कंप्यूटर पर महत्वपूर्ण काम कर रहे होते हैं और अचानक से बिजली चली जाती है तब यूपीएस उसे संतुलित विद्युत प्रदान करता है जिसकी वजह से कंप्यूटर पर पावर सप्लाई में कोई कमी नहीं होती है जिसकी वजह से हम अपने काम कर पाते हैं तथा अगर कोई बड़ी काम हो तो उसे सेव करके रख सकते हैं जिसकी वजह से कोई भी डाटा डिलीट नहीं होता और वह सुरक्षित रहता है।
Consistency के साथ काम करता - यूपीएस ऐसा उपकरण है जो लगातार चलते रहता है और बिजली जाते ही माइक्रोसकंड में तुरंत सिस्टम को विद्युत की आपूर्ति करता है।
Important काम करना आसान हो जाता है - अगर हम कोई बड़ा काम करते हैं तब उसे finish करने में कई घंटे लग जाते हैं ऐसा में कई बार लाइट आती - जाती रहती है, ऐसी स्थिति में अगर ups use ना करें तो काम कठिन हो जायेगा क्योंकि power cut होने से pc बार बार off हो सकता है, इसी का हल निकालने के लिए UPS का यूज करते हैं जो निरंतर power supply करता है और without disturbance काम पूरा होता है।
कंप्यूटर में इंर्पोटेंट डॉक्यूमेंट को Save करने का मौका मिलता - जब लाइट जाती है तब हमें मौका ही नहीं मिलता किसी काम को कंप्यूटर फाइल में सेव करने का, लेकिन जब ups connected रहता है तो आराम से किसी भी फाइल को save कर सकते हैं क्योंकि power cut के बाद भी pc 5 - 10 मिनट तक चलता है।
Emergency Power Supply - महत्वपूर्ण काम करने के दौरान अचानक बिजली कटने से हमें लगता है कि काश कुछ और वक्त मिलता जिसमें हम अपना काम पूरा कर लेते लेकिन अगर आपका काम प्रोसेस में है और पूरा होने ही वाला है तो वह कंप्लीट हो सकता है अगर कंप्यूटर यूपीएस से जुड़ा हुआ हो तो। कई बार हम कुछ महत्वपूर्ण एप्लीकेशन इंटरनेट से डाउनलोड करते हैं उसी दौरान लाइट भी चली जाती है तो वह डाउनलोड फेल हो जाता है अगर UPS सक्रिय रहेगा तो प्रोसेस पूरा हो सकता है। Emergency power supply के लिए यूपीएस best option है computer user's के लिए।
Conclusion - Ups Kya Hai
दोस्तों इस लेख के जरिए हमने जाना की Ups Kya Hai - यूपीएस क्या है, इसका उपयोग, UPS का फुल फॉर्म, यूपीएस के प्रकार हिंदी में इत्यादि। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी, कुछ सीखने को मिला तो इसे जरूर शेयर करें। अगर इस लेख से जुड़ी अन्य जानकारियां जानना चाहते हैं तो comment करके बताएं आप अपनी विचार भी प्रकट कर सकते हैं।