सीसीटीवी बहुत उपयोगी डिवाइस है जिसके संचालन के लिए कैमरे तथा अन्य डिवाइस प्रयुक्त किए जाते हैं। सीसीटीवी जिसे वीडियो सर्विलांस भी कहा जाता है। इसमें सीसीटीवी कैमरे के कार्य को नियंत्रित करने वाले कई डिवाइसेज का इस्तेमाल किया जाता है जब कैमरा रिकॉर्ड करता है तो उसके फुटेज को डिस्प्ले डिवाइस में भेजा जाता है ये फुटेज को प्रदर्शित करने कार्य करता है।
बड़े बिल्डिंग में सीसीटीवी की संख्या अधिक होती हैं वहां अलग - अलग जगह सक्रिय कैमरे स्थापति किए जाते हैं जो फुटेज रिकॉर्ड करके सीधे रिकॉर्डिंग डिवाइस में भेजते जाते हैं। सीसीटीवी कई दिन तक लगातार काम करते हैं दिन रात के फुटेज को सेव करके रखते हैं। अधिक फुटेज से जब स्टोरेज डिवाइस फुल हो जाता है तो इसे रीसेट करने के बाद पुनः रिकॉर्डिंग चालू किया जाता है।
सीसीटीवी किसी एक भाग से नहीं बना इसके डिफरेंट पार्ट्स का इस्तेमाल किया जाता है जिनमें मुख्य भाग बेशक कैमरा है किन्तु ये रिकॉर्ड किए गए डाटा को स्वयं स्टोर नहीं कर सकते इसके लिए अलग से storage device का उपयोग किया जाता है इसकी storage capacity अर्थात वीडियो फाइल्स को रखने की क्षमता अधिक होती है जो continually कई दिन के recorded video / footage को स्टोर करके रख सकते हैं।
आजकल इसका इस्तेमाल अधिकता में होने लगा है इसे सुरक्षा के लिए इस्तेमाल किया जाता है। जब हम दुकान जाते हैं तो वहां बाहर सीसीटीवी नजर आता है वह सारी गतिविधियों पर नजर रखता है इससे सुरक्षा बनी रहती है। बैंक के अंदर और बाहर में प्रत्येक ग्राहक पर नजर रखा जाता है इसलिए सीसीटीवी हर जगह लगे होते हैं। सीसीटीवी लाइव तरीके से फुटेज कैप्चर करके वीडियो सिग्नल को डिस्प्ले डिवाइस में भेजता है जहां से लाइव रिकॉर्डिंग देखा जा सकता है। इसका उपयोग अब घरों में होने लगा है तथा मुख्य रूप से इसका इस्तेमाल बैंक, ऑफिस, जनरल स्टोर, शॉपिंग मॉल, हॉस्पिटल, रेलवे, एयरपोर्ट, ट्रैफिक आदि में किया जाता है।
अभी के समय पर सुरक्षा पर ध्यान देना बहुत जरूरी हो गया है इसलाए सीसीटीवी लगाना जरूरी है इसके जरिए अपराध दर को कम किया जा सकता है। हेलो दोस्तों क्या आप सीसीटीवी के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं यहां पर आप सीसीटीवी का फुल फॉर्म, CCTV Full Form In Hindi अथवा What is the Full Form of CCTV in Hindi के साथ साथ कई जरूरी जानकारी पढ़ेंगे जो सीसीटीवी कैमरे से संबंधित हैं, सुरक्षा कहें या सिक्योरिटी इसके लिए सीसीटीवी का यूज हर शॉपिंग मॉल में होता है इसके फुटेज पर नजर रखकर लाइव एक्टिविटी देखा जा सकता है, इससे चोरी, लूटपाट के साथ अन्य अपराध की संभावना कम हो जाती है। आइए सीसीटीवी की संपूर्ण जानकारी हिंदी में पढ़ते हैं।
CCTV Full Form In Hindi - सीसीटीवी फुल फॉर्म इन हिंदी
सीसीटीवी का फुल फॉर्म English में Closed-Circuit Television है और हिंदी में क्लोज्ड सर्किट टेलीविजन, इसका शुद्ध हिंदी में ट्रांसलेशन करें तो इसका अर्थ निकलकर आता है "बन्द परिपथ टेलीविजन या TV", सीसीटीवी एक सुरक्षा कैमरा है इसे बैंक शॉपिंग मॉल ट्रैफिक आदि जगहों पर सुरक्षित वातावरण बनाने के लिए यूज करते हैं इससे अपराधों की संभावना कम किया जा सकता है। अब इसका इस्तेमाल घरों में किया जाने लगा है जो आपके घरों की सुरक्षा करता उसकी रिकॉर्डिंग का लाइव फुटेज वाईफाई कनेक्शन के जरिए स्मार्टफोन पर देखा जा सकता है।
सीसीटीवी को Closed-Circuit Television क्यों कहते हैं?
CCTV का Full Form "Closed Circuit Television" है और इसका हिंदी में अर्थ बन्द परिपथ टीवी होता है यानी सीसीटीवी में Record किए गए किसी भी फुटेज को पब्लिकली नहीं दिखाया जाता है इसे केवल बंद परिपथ या लिमिटेड लोग ही देखते हैं इसलिए इसे क्लोज्ड सर्किट टेलीविजन कहते हैं।
Read Also - UPI Full Form in Hindi
सीसीटीवी का इतिहास (History of CCTV in Hindi)
सीसीटीवी आधुनिक युग में बहुत प्रचलित है किंतु इसके इतिहास के विषय में अभी भी लोगों को अधिक ज्ञात नहीं है आइए अब हम CCTV के इतिहास को जानते हैं।
प्रारंभिक Mechanical CCTV System को Russian Physicist 'Leon Theremin' के द्वारा जून 1927 में Develop किया गया था। उस सीसीटीवी सिस्टम में Manually Operate होने वाला Scanning Transmitting Camera और Wireless Shortwave Transmitter के साथ में एक Receiver Device का इस्तेमाल किया जाता था।
सीसीटीवी के आविष्कारक के रूप में वाल्टर ब्रुच को जाना जाता है जो जर्मन इलेक्ट्रिकल इंजीनियर थे इन्होंने 1942 में पहला क्लोज-सर्किट टेलीविजन सिस्टम बनाया। उसका इस्तेमाल V2 रॉकेट के लॉन्च के समय उसपर निगरानी रखने के लिए किया गया था।
United States of America में पहला Professional Closed Circuit Television (CCTV) सन् 1949 को बनाया गया।
सीसीटीवी के शुरुआत में black and white footage capture हुआ करते थे जब रंगीन टेलीविजन की खोज हुई उसके बाद रंगीन सीसीटीवी आने लगे। इसमें कई कमियां भी पाई गई जिनमें सुधार करके उसे विकसित किया गया। 21वीं शताब्दी में हम जिस सीसीटीवी का इस्तेमाल करते हैं उसमें अधिक सुविधाएं मौजूद हैं जो उसे पहले से ज्यादा advanced बनाते हैं।
सीसीटीवी की विशेषताएं (Features of CCTV)
जब इसे घरों में लगाया जाता है तो सीसीटीवी कैमरे के सामने आने वाले निश्चित क्षेत्रफल को यह कैप्चर कर सकता है।
कैमरे में मोशन डिटेक्शन फीचर उपलब्ध रहता है इसके फ्रेम में होने वाले हलचल को डिटेक्ट कर सकते हैं।
नाइट विजन सीसीटीवी कैमरा जो रात के समय या लो लाइट कंडीशन में उच्च गुणवत्ता में फुटेज कैचर करते हैं इस तरह के कैमरे घरों ऑफिस इत्यादि जगहों में लगाए जाते हैं।
कैमरे की क्वालिटी पहले से अच्छी आने लगी है जो HD 1080p और अधिक रिजॉल्यूशन में रिकॉर्डिंग करने में सक्षम होते हैं।
सुविधा और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए कैमरे में वाईफाई सिस्टम उपलब्ध कराया जाता है जो आपके मोबाइल से वायरलेस कनेक्शन स्थापित करते हैं मतलब घर से बाहर रहकर भी कैमरा का लाइव फुटेज मोबाइल स्क्रीन पर देखा जा सकता है।
अब सीसीटीवी कैमरे विभिन्न आकारों के आने लगे हैं बड़े कैमरे जो बल्ब की तरह दिखते है उन्हें घरों में ऊपर फीट करते हैं तथा छोटे कैमरों को छुपाकर रिकॉर्डिंग ऑन किया जाता है, ये हिडेन सिक्योरिटी कैमरा होते हैं जिनका इस्तेमाल सीक्रेट मिशन को पूरा करने में या आपराधिक गतिविधि का सबूत इकट्ठा करने में किया जा सकता है।
मार्केट में विभिन्न प्रकारों के सीसीटीवी उपलब्ध हैं जिसे जरूरत के अनुसार खरीदा जाता है स्मॉल सीसीटीवी कैमरा को हाइड करके फीट किया जा सकता है और बड़े सिक्योरिटी कैमरा जो बड़े क्षेत्रफल को कवर कर सकता है उसका इस्तेमाल बैंक, ऑफिस, शॉपिंग मॉल आदि स्थानों में किया जाता है।
इसे भी पढ़ें - Mobile को TV से कैसे Connect करें
क्लोज्ड-सर्किट टेलीविजन अलग-अलग प्रकार होते हैं:
विभिन्न तरह के सीसीटीवी आज मार्केट में उपलब्ध हैं इसे Security camera कहा जाता है जिसे अब different sizes में बनाया जाता है, सीसीटीवी मैन्युफैक्चरिंग कंपनी स्मॉल गैजेट के रूप में भी सिक्योरिटी कैमरा बनाने लगे हैं, कैमरे के विभिन्न बनावट के आधार पर इसे भी आप सामान्य तौर पर कैमरा के प्रकार कह सकते हैं, लेकिन मुख्य रूप से सीसीटीवी के 4 प्रकार होते हैं:
1. एनालॉग सीसीटीवी कैमरा (Analog CCTV Camera)
यह सीसीटीवी सिस्टम में इस्तेमाल होने वाला एक Traditional Camera है जब इसे घरों में लगाकर ऑन किया जाता है तब यह वीडियो रिकॉर्ड करके उसे केबल के माध्यम से डीवीआर (DVR) में भेज देता है। डीवीआर का फुल फॉर्म डिजिटल वीडियो रिकॉर्ड है यह सीसीटीवी सिस्टम का इंपॉर्टेंट पार्ट होता है।
2. आईपी सीसीटीवी कैमरा (IP CCTV Camera)
आईपी कैमरा को इंटरनेट प्रोटोकॉल कैमरा भी कहा जाता है इसे उस स्थान पर इस्तेमाल कर सकते हैं जहां पर सुरक्षा की आवश्यकता हो यह Video Footage को IP Network के through Receive करता है और स्टोरेज डिवाइस में भेजता है। Analog Camera की तरह IP CCTV Camera को Local Recording Device की आवश्यकता नहीं पड़ती।
3. वायरलेस सीसीटीवी कैमरा (Wireless CCTV Camera)
यह एक प्रकार का वायरलेस क्लोज़्ड सर्किट टेलीविजन है जिसे केबल (तार) की आवश्यकता नहीं होती। यह वीडियो फुटेज रिकॉर्ड करके सीधे वायरलेस रिसीवर तक पहुंचा देते हैं। वायरलेस कैमरे को चलाने (पॉवर) के लिए बैटरी अथवा बिजली की आवश्यकता होती है इसके लिए एक पॉवर केबल का उपयोग किया जाता है।
4. HD सीसीटीवी कैमरा (HD CCTV Camera)
HD सीसीटीवी कैमरा एक High Definition Closed Circuit Television है। जो क्लीयर इमेज वीडियो फुटेज कैप्चर करके डिस्प्ले डिवाइस में प्रदर्शित करते हैं।
सीसीटीवी के फायदे (Advantages of CCTV)
सीसीटीवी के अनेकों फायदे हैं इसी वजह से घरों में इसे लगाया जाता हैं। जब हम बाहर घूमने फिरने जाते हैं तो मन में डर बना रहता है की कहीं घर में चोरी ना हो जाए लेकिन घर पर सीसीटीवी लगवाने से यह डर कम हो जाता है।
नाइट विज़न सीसीटीवी से रात के समय घर, दफ्तर इत्यादि की देखभाल आसानी से होती है अब तो यह और आसान हो गया है आप सीसीटीवी का लाइव फुटेज कहीं भी कभी भी मोबाइल फोन पर देख सकते हैं।
स्कूलों और कॉलेजों में भी अब सीसीटीवी इस्तेमाल किया जाता है इससे कैंपस पर और बच्चों पर की सुरक्षा पर ध्यान दिया जाता है।
बैंकों में चोरी का डर रहता है इसलिए वहां कई सीसीटीवी कैमरे लगे होते हैं जिसका फुटेज बड़े स्क्रीन पर चलता रहता है अगर अनुचित गतिविधि हुई तो वह सामने लगे बड़े डिस्प्ले डिवाइस में प्रदर्शित हो जायेगा और गुनहगार को पकड़ लिया जाएगा।
नाइट विजन कैमरा की खासियत यह होती है कि यह लो लाइट कंडीशन या रात के समय पर भी एचडी फोटो वीडियो कैप्चर कर सकते हैं जिसमें गतिविधियों को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।
सीसीटीवी का इस्तेमाल इन स्थानों पर किया जाता है: दुकान, शॉपिंग मॉल, बैंक रेस्टोरेंट, ऑफिस, घर, बिल्डिंग, मल्टीप्लेक्स, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट मेन हाईवे, ट्रैफिक, स्कूल, कॉलेज और कार्यस्थल पर।
CCTV कैसे काम करता है - cctv kaise kam karta hai
अगर आप CCTV full form in Hindi जान गए तो CCTV work कैसे करता है इसे भी जरूर जान लीजिये। अगर आपके घर या दुकान में आपने Security कैमरा लगवाया है तो वह daily footage record करके memory में save करता जायेगा।
CCTV एक या उससे अधिक कैमरे के साथ काम करता है। अगर क्षेत्रफल बड़ा है तो उसकी निगरानी हेतु अधिक कैमरे जरूरत पड़ेगी। सभी कैमरे केबल द्वारा रिसीवर डिवाइस तथा डिस्प्ले डिवाइस से जुड़े रहते हैं। कैमरे फुटेज रिकॉर्ड करके डिस्प्ले में प्रदर्शित करते रहते हैं। CCTV कैमरा केबल अथवा Wireless कनेक्शन द्वारा footage को डिस्प्ले तक पहुंचाने का काम करते हैं। कैमरे घर के अलग - अलग हिस्सों में लगी होती है तथा डिस्पले एक विशेष जगह लगाई जाती है जहाँ से पुरे कैमरे को ऑपरेट किया जाता है।
डिस्प्ले के सामने बैठा आदमी रिकॉर्ड हो रहे फुटेज को लाइव देख सकता है और Zoom in और Zoom out कर सकता है। CCTV एक साथ कई अलग - अलग स्थान के Videos को एक ही Dispaly में दिखा सकते हैं। इन कैमरे में नाईट विज़न फीचर से रात की फुटेज अच्छे से कैप्चर किया जा सकता है। कैमरा कितने दिनों तक निरंतर रिकॉर्डिंग का काम कर सकता है ये स्टोरेज डिवाइस की कैपेसिटी पर निर्भर करता है, क्योंकि सभी फुटेज उसी में सेव होते जाता है। जब वह भर जाता है तो दुबारा रिकॉर्डिंग शुरू करने के लिए उसे फॉर्मेट करना पड़ता है।
अगर आपको What is The CCTV Full Form In Hindi लेख पसंद आया तो इसे अपने दोस्तों के साथ अवश्य शेयर करें धन्यवाद। आपके लिए कुछ अन्य उपयोगी लेख का लिंक नीचे दिए गए हैं जरूर पढ़ें👇👇👇
Read more -